नवदुर्गा प्रश्नावली चक्र एक शक्तिशाली आध्यात्मिक उपकरण है, जो माता दुर्गा की उपासना और मंत्रों के माध्यम से आपके जीवन में आने वाले प्रश्नों और समस्याओं के उत्तर प्रदान करता है। इस चक्र का प्रयोग करके आप आर्थिक, पारिवारिक, स्वास्थ्य और व्यक्तिगत मामलों में सही दिशा और मार्गदर्शन पा सकते हैं।
चक्र का उपयोग सरल है – मंत्रों का जाप करें, ध्यानपूर्वक चक्र पर कर्सर घुमाएँ और जिस अंक पर कर्सर रुके, उसका फलादेश पढ़ें। यह चक्र न केवल सही उत्तर देता है, बल्कि मानसिक शांति और आत्मविश्वास भी बढ़ाता है।
यह भी जानें : श्री गणेश प्रश्नावली यंत्र (Shri Ganesh Prashnavali Yantra)
नवदुर्गा प्रश्नावली चक्र की उपयोग विधि
जिसे भी अपने सवालों का जवाब या परेशानियों का हल जानना है, वह पहले 5 बार ऊँ ऐं ह्लीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे मंत्र का जाप करें।
इसके बाद 1 बार यह मंत्र जाप करें:
या देवी सर्वभूतेषु मातृरुपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
इसके बाद आँखें बंद करके अपना सवाल पूछें और माता दुर्गा का स्मरण करते हुए प्रश्नावली चक्र पर कर्सर घुमाते हुए रोकें।
जिस कोष्ठक (खाने) पर कर्सर रुके, उस कोष्ठक में लिखे अंक के अनुसार फलादेश देखें।
नवदुर्गा प्रश्नावली चक्र – फलादेश
1. धन लाभ होगा एवं मान-सम्मान भी मिलेगा।
इस अंक का परिणाम आपके लिए आर्थिक रूप से लाभकारी है। आपका सम्मान बढ़ेगा और सामाजिक प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होगी। कार्यों में सफलता और परिवार में सुख-शांति का अनुभव होगा।
2. धन हानि अथवा अन्य प्रकार का अनिष्ट होने की आशंका है।
इस अंक पर कर्सर रुकने का अर्थ है कि वर्तमान कार्य या निवेश में जोखिम है। खर्चों में वृद्धि या नुकसान संभव है। अत: सावधानीपूर्वक निर्णय लें।
3. अभिन्न मित्र अथवा प्रिय से मिलन होगा, जिससे मन प्रफुल्लित होगा।
प्रियजन या सच्चे मित्र से मिलने के योग बन रहे हैं। यह आपकी मानसिक स्थिति और खुशी को बढ़ाएगा। सामाजिक और पारिवारिक रिश्ते मजबूत होंगे।
4. कोई व्याधि अथवा रोग होने की आशंका है, अत: कार्य अभी टाल देना ही ठीक रहेगा।
स्वास्थ्य संबंधी सतर्कता आवश्यक है। इस समय किसी महत्वपूर्ण निर्णय या कार्य में जल्दबाजी न करें। स्वास्थ्य सुधार पर ध्यान दें।
5. जो भी कार्य आपने सोचा है, उसमें आपको सफलता मिलेगी, निश्चिंत रहें।
आपके प्रयासों का परिणाम सकारात्मक रहेगा। जो योजना आपने बनाई है, वह सफल होगी। आत्मविश्वास बनाए रखें और कदम बढ़ाएं।
6. कुछ दिन कार्य टाल दें। इसमें किसी से कलह अथवा कहासुनी हो सकती है, जिसके दूरगामी प्रभाव हो सकते हैं।
इस अंक का संकेत है कि वर्तमान समय में संघर्ष या विवाद की संभावना है। किसी भी विवादास्पद कार्य को टालें और शांति बनाए रखें।
7. आपका अच्छा समय शुरू हो गया है। शीघ्र ही सुंदर एवं स्वस्थ पुत्र होने के योग हैं। इसके अतिरिक्त आपकी अन्य मनोकामनाएं भी पूर्ण होंगी।
परिवारिक सुख और संतानों से जुड़े सकारात्मक परिणाम। स्वास्थ्य और अन्य आकांक्षाओं में भी सफलता मिलेगी।
8. विचार पूरी तरह त्याग दें। इस कार्य में मृत्यु तुल्य कष्ट की आशंका है। यहां तक कि मृत्यु भय भी है।
अत्यंत सावधानी की आवश्यकता है। कोई भी जोखिमपूर्ण कार्य या निर्णय न लें। मानसिक और शारीरिक सुरक्षा पर ध्यान दें।
9. समाज अथवा सरकार की दृष्टि में सम्मान बढ़ेगा। आपका सोचा हुआ कार्य अच्छा है।
सामाजिक और सरकारी मामलों में मान-सम्मान में वृद्धि होगी। आपका निर्णय और कार्य लोगों के लिए लाभकारी साबित होगा।
10. आपको अपेक्षित लाभ प्राप्त होगा, अत: कार्यारंभ कर सकते हैं।
यह अंक दर्शाता है कि आपका समय शुभ है। आर्थिक, सामाजिक और व्यक्तिगत प्रयास सफल होंगे।
11. आप जिस कार्य के बारे में सोच रहे हैं, उसमें हानि की आशंका है।
किसी योजना या निवेश में नुकसान की संभावना है। जल्दबाजी न करें और नए अवसरों का इंतजार करें।
12. आपकी मनोकामना पूर्ण होगी। पुत्र से भी आपको विशेष लाभ मिलेगा।
इच्छाएँ पूरी होने के योग हैं। पारिवारिक सुख और संतानों से लाभ होगा।
13. शनिदेव की उपासना करें, कार्य में आ रही बाधाएं दूर होंगी।
धार्मिक और आध्यात्मिक उपाय करने से वर्तमान कठिनाइयाँ समाप्त होंगी। शनिदेव की पूजा से लाभ होगा।
14. आपका अच्छा समय शुरू हो गया है। चिंताएं मिटेंगी, सुख-संपत्ति प्राप्त होगी।
आर्थिक और मानसिक स्थिति में सुधार आएगा। खुशहाली और सफलता मिलेंगे।
15. आर्थिक तंगी के कारण आपके घर में सुख-शांति नहीं है। एक माह बाद स्थितियां बदलने लगेंगी, धैर्य एवं संयम रखें।
वर्तमान में थोड़ी कठिनाइयाँ हैं, लेकिन जल्द ही परिस्थितियाँ सुधरेंगी। संयम और धैर्य बनाए रखें।
यह भी जानें : नवदुर्गा मंत्र: देवी की नौ स्वरूपों की मंत्र