शिव-पार्वती के प्रेम को सुंदरता से व्यक्त करते हुए इन उद्धरणों में बांधे गए हैं। ये प्रेम भावनाओं से ओतप्रोत हैं और एक-दूसरे के प्रति श्रद्धा और समर्पण का परिचायक हैं। इन उद्धरणों में शिव और पार्वती का प्रेम अद्वितीय और अमिट है, जो उनकी अद्वितीय बातचीत को सांगतर करता है। यह प्रेम एक अद्वितीय उपासना का प्रतीक है, जो आध्यात्मिक संवेदना को जीवंत करता है। ये उद्धरण शिव-पार्वती के अनंत प्रेम की गहराई और समृद्धता को प्रकट करते हैं।
प्रेम और समर्पण (Shiv Parvati Quotes on Love and Devotion):
तेरे संग जीना मृत्यु से भी प्यारा,
शिव-पार्वती का प्रेम अमर सारा।”
“शिव में समर्पित, पार्वती का तप,
मिला सच्चा प्यार, बना जीवन सप.”
“प्रेम का पाठ पढ़ाती है शिव-पार्वती की कहानी,
निस्वार्थ समर्पण और त्याग की निशानी।”
“शिव के डमरू की धुन में, पार्वती का नृत्य अनोखा,
प्रेम का संगीत गूंजता, ह्रदय को छू लेता गहरा।”
“एक दूजे के पूरक, शिव और पार्वती का प्रेम,
अग्नि और जल का संगम, अद्भुत और सत्यम।”
Shiv Parvati Love Quotes
“तेरा और मेरा प्यार हमेशा बना रहे,
जैसे शिव और पार्वती का रिश्ता हमेशा अमर रहे।”
“मेरी जुबान पर सुबह शाम होता है जिनका नाम,
वो शिव ही मेरा प्रेम है और शिव ही मेरे भगवान।”
“शिव में खुद को खोकर ही पार्वती ने अपना अस्तित्व पाया,
सच्चा प्रेम क्या होता है माँ पार्वती ने पूरी दुनिया को बताया।”
“तेरा और मेरा प्यार हमेशा बना रहे,
जैसे शिव और पार्वती का रिश्ता हमेशा अमर रहे।”
“मेरी जुबान पर सुबह शाम होता है जिनका नाम,
वो शिव ही मेरा प्रेम है और शिव ही मेरे भगवान।”
ये दुनिया की सबसे अलग ही प्रेम कहानी है,
जिसमें महलों की रानी, वैरागी शिव की दीवानी है।”
“एक तरफ शिव और दूजी तरफ मैया गौरी,
ऐसे लगते हैं जैसे चाँद से मिल गयी चकोरी।”
“सच्चे प्यार में नहीं होता कभी कोई स्वार्थ,
प्रेम तो होता शिव पार्वती के जैसा निस्वार्थ।”
“शिव-पार्वती का विवाह, दिव्यता और प्रेम का संगम,
देवताओं के लिए भी आदर्श, एक अनोखा समागम।”
“शिव दया के सागर, पार्वती शक्ति का रूप,
साथ मिलकर करते हैं संसार का कल्याण अनुरूप।”
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