बचपन से ही हम स्कूल-विद्यालय में “ऐ मालिक तेरे बन्दे हम” की प्रार्थना को सुनते आए हैं। इस प्रार्थना की दो-चार लाइनें तो बहुतों को याद होती हैं, लेकिन पूरी प्रार्थना का अधिकांश को ज्ञान नहीं होता। आइए, आपको “हे मालिक तेरे बन्दे” प्रार्थना के बारे में थोड़ी जानकारी देता हूँ।
इस प्रार्थना का मतलब बहुत सरल होता है, जिसमें हम अपनी आँखें बंद करके भगवान से अपनी उत्कृष्टता और दया की प्रार्थना करते हैं। यह एक संवेदनशील, सहानुभूतिपूर्ण और प्रेमभरी भावना से भरी होती है, जो हमें अपने कर्तव्यों को निभाने के लिए प्रेरित करती है।
ऐ मालिक तेरे बन्दे हम । Ae Malik Tere Bande Hum Lyrics
ऐ मालिक तेरे बंदे हम, ऐसे हो हमारे करम
नेकी पर चले और बदी से टले, ताकी हँसते हुये निकले दम
ये अंधेरा घना छा रहा, तेरा इन्सान घबरा रहा
हो रहा बेख़बर, कुछ ना आता नज़र, सुख का सूरज छुपा जा रहा
है तेरी रोशनी में वो दम, तो अमावस को कर दे पूनम
बड़ा कमजोर है आदमी, अभी लाखों हैं इस में कमी
पर तू जो खड़ा, है दयालू बड़ा, तेरी क्रिपा से धरती थमी
दिया तूने हमें जब जनम, तू ही झेलेगा हम सब के ग़म
जब जुल्मों का हो सामना, तब तू ही हमें थामना
वो बुराई करें, हम भलाई भरें, नहीं बदले की हो कामना
बढ़ उठे प्यार का हर कदम, और मिटे बैर का ये भरम
ऐ मालिक तेरे बंदे हम, ऐसे हो हमारे करम
नेकी पर चले और बदी से टले, ताकी हँसते हुये निकले दम
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बहुत से लोगों के मन में यह प्रश्न होता है कि “ऐ मालिक तेरे बन्दे हम” कौन लिखा था? यह प्रार्थना वास्तव में भारतीय संगीत और सिनेमा के प्रसिद्ध कवि भारत व्यास ने लिखी थी। यह प्रसिद्ध गीत मन्ना दे और लता मंगेशकर ने गाया था, जबकि संगीतकार वसंत देसाई ने इसे संगीत दिया था। यह गीत बहुत पसंद किया गया था और आज भी लोग इसे आसानी से सुन सकते हैं। इस गीत को सुनने से आपके मन में भक्ति की भावना उत्पन्न होती है।