भगवान पुण्डरीकाक्ष, जिन्हें हम इस संसार के पालनहार भगवान विष्णु के रूप में मानते हैं, को समर्पित यह मंत्र अत्यंत प्रभावशाली होता है। इस मंत्र के जाप से सभी पापों का नाश होता है और हमारी आत्मा को शुद्धि मिलती है। इसलिए, किसी भी पूजा-पाठ, हवन या किसी धार्मिक आयोजन से पूर्व इस मंत्र का जाप करने की सलाह हमारे धर्मग्रंथों में दी जाती है।
शुद्धिकरण मंत्र हिंदी में । Shuddhikaran Mantra in Hindi
शुद्धिकरण मंत्र:
ॐ अपवित्र: पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोपिवा।
य: स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स: बाह्यात् भ्यन्तर: शुचि: ।।
शुद्धिकरण मंत्र हमारे हिन्दू धर्म में मोक्ष के लिए सर्वोत्तम मार्ग के रूप में माना जाता है। हमें यहाँ प्राप्त होने वाले हर जीव को मोक्ष का मार्ग ढूंढना चाहिए, परंतु उस आत्मा को मोक्ष की प्राप्ति नहीं हो सकती जिस पर पापों का बोझ हो। भगवान विष्णु को समर्पित इस मंत्र को जाप करना हमें मोक्ष के सबसे उत्तम मार्ग की ओर ले जाता है।
महत्व:
हमारी संस्कृति में माँ गंगा को बहुत ही पवित्र और शुद्ध माना जाता है। गंगा में स्नान करने से हमारे सभी पाप धूल जाते हैं, परंतु सिर्फ स्नान ही काफी नहीं है। हमें गंगा में स्नान के साथ-साथ शुद्धिकरण मंत्र का भी जाप करना चाहिए। इससे हमारी आत्मा शुद्ध होती है और मृत्यु के बाद हमारे मोक्ष का मार्ग खुल जाता है।
इस तरह, शुद्धिकरण मंत्र और गंगा स्नान हमें धार्मिकता में शुद्धि का मार्ग दिखाते हैं। इनका सम्मान करना और उनका अध्ययन करना हमें अध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण बनाता है।