PDF Name | वाल्मीकि एबं तुलसीदास जी रचित रामायण सार (Ramayan Saar in Hindi Pdf) |
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No. of Pages | 246 (Valmiki Ramayan) & 323 (Tulsidas Ramayan) |
PDF Size | 5.49 MB & 3.44 MB |
Language | Sanskrit |
PDF Category | Hindu Books |
Last Updated | March 28, 2024 |
Source / Credits | drive.google.com |
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Uploaded By | R.Shivani |
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रामायण सार (Ramayan Saar)
रामायण, वाल्मीकि द्वारा संस्कृत में रचित एक अनमोल महाकाव्य है। इसमें २४,००० श्लोक हैं जो हिंदू धर्म की महत्वपूर्ण स्मृति में आते हैं और इसके माध्यम से रामायण के प्रमुख पात्र श्री राम की कहानी कही गई है। इसे आदिकाव्य भी कहा जाता है। कुछ विद्वानों का मानना है कि यह ६०० ईसा पूर्व लिखा गया था। रामायण में सात अध्याय हैं, जिन्हें काण्ड के नाम से जाना जाता है।
तुलसीदास के अनुसार, भगवान शिव ने माता पार्वती को पहले ही श्रीराम की कथा सुनाई थी। जब वह इस कथा कह रहे थे, तो एक कागा (कौवा) उनके घर में था और उसने भी यह कथा सुनी। माता पार्वती के ऊँघ आने से पहले ही कागा ने पूरी कथा सुन ली थी। फिर वह कागा काकभुशुण्डि के रूप में जन्म ले गया। काकभुशुण्डि ने फिर गरुड़ जी को इस कथा सुनाई। इस पवित्र कथा को भगवान शिव के मुख से निकलने वाली, जिसे अध्यात्म रामायण के नाम से जाना जाता है, को प्राचीनतम रामायण माना जाता है।
वाल्मीकि ने दस्यु से ऋषि बनने और ज्ञान प्राप्ति के बाद भगवान श्रीराम की कथा को श्लोकों में लिखा। महर्षि वाल्मीकि द्वारा श्लोकों में रचित भगवान श्रीराम की कथा को ‘वाल्मीकि रामायण’ या ‘आदि रामायण’ कहा जाता है।
संपूर्ण रामायण का सार (Ramayan Saar) क्या है?
रामायण के एक श्लोक में इसका सार छिपा हुआ है, जो पाठक को धार्मिक साधना और पुण्य की प्राप्ति का फल प्रदान करता है। रामायण के मुख्य किरदारों और कथाओं का संक्षिप्त वर्णन इस श्लोक में है, जिसे प्रतिदिन के जीवन में शामिल करना उपयुक्त होता है। यहीं से रामायण के अद्भुत सन्देश का सार मिलता है।
एक श्लोक रामायण मंत्र
” आदौ राम तपोवनादि गमनं, हत्वा मृगं कांचनम्।
वैदेहीहरणं जटायुमरणं, सुग्रीवसंभाषणम्।।
बालीनिर्दलनं समुद्रतरणं, लंकापुरीदाहनम्।
पश्चाद् रावण कुंभकर्ण हननम्, ऐतद्धि रामायणम्।। “
भावार्थ : श्री राम ने वनवास में स्वर्ण मृग का वध किया, सीता का हरण हुआ, जटायु जी ने सीता को बचाने के लिए प्राण न्योछावर किया। सुग्रीव से मिलकर बाली का वध किया, समुद्र पार किया, लंका का दहन किया। रावण और कुम्भकर्ण का वध किया। यही रामायण का सार है।
रामायण का मुख्य संदेश क्या है?
रामायण से हम ये सीख सकते हैं जीवन जीने के 5 बातें
- विविधता में एकता: रामायण में विविधता में एकता की सीख है। श्रीराम के साथ उनके भक्तों, बंदरों, और जानवरों का समर्थन देखकर हमें सामाजिक एकता की महत्वपूर्णता समझ मिलती है।
- रिश्ते और विश्वास का महत्व: श्रीराम के भाईयों के प्रेम और विश्वास की बदौलत हमें संबंधों के महत्व का अहम अंश समझ मिलता है।
- मर्यादा और अनुशासन: श्रीराम का अनुशासनपूर्ण व्यवहार हमें एक उत्कृष्ट व्यक्तित्व की दिशा में मार्गदर्शन करता है।
- दया और प्रेम: श्रीराम की दया और प्रेम से भरी हुई व्यक्तित्व सीख हमें अन्यों के प्रति समझदारी और सहानुभूति की ओर ले जाती है।
- सबसे समान व्यवहार: श्रीराम का सभी के प्रति समान व्यवहार हमें समाज में न्याय और समानता की महत्वपूर्णता को समझाता है।