हिंदी में अन्नमाचार्य की पवित्र रचनाएँ

भक्तिग्रंथ गर्व से अन्नमाचार्य की कालजयी कृतियों को प्रस्तुत करता है — एक दिव्य लेखक जिनके शब्दों ने भक्तों की पीढ़ियों को प्रेरित करना जारी रखा है। गहन स्तोत्रों, मंत्रों, और पवित्र ग्रंथों के माध्यम से, अन्नमाचार्य ने भक्ति और वैदिक दर्शन के सार को खूबसूरती से व्यक्त किया है। इन श्रद्धेय लेखों को हिंदी भाषा में अन्वेषण करें और हर श्लोक में बहने वाली आध्यात्मिक गहराई, पवित्रता और दिव्य ज्ञान का अनुभव करें।

अन्नमाचार्य

अन्नमय्य कीर्तन कट्टॆदुर वैकुंठमु अन्नमय्य कीर्तन मूसिन मुत्यालकेले अन्नमय्य कीर्तन तिरुवीधुल मॆऱसी अन्नमय्य कीर्तन विनरो भाग्यमु अन्नमय्य कीर्तन नारायणते नमो नमो अन्नमय्य कीर्तन अन्नि मंत्रमुलु अन्नमय्य कीर्तन चंदमाम रावो अन्नमय्य कीर्तन इंदरिकि अभयंबु अन्नमय्य कीर्तन अदिवो अल्लदिवो अन्नमय्य कीर्तन तंदनाना अहि अन्नमय्य कीर्तन मनुजुडै पुट्टि अन्नमय्य कीर्तन ऎक्कुव कुलजुडैन अन्नमय्य कीर्तन कॊंडललो नॆलकॊन्न अन्नमय्य कीर्तन षोडश कलानिधिकि अन्नमय्य कीर्तन जो अच्युतानंद अन्नमय्य कीर्तन जगडपु चनुवुल अन्नमय्य कीर्तन ऎंत मात्रमुन अन्नमय्य कीर्तन ब्रह्म कडिगिन पादमु अन्नमय्य कीर्तन नानाटि बतुकु अन्नमय्य कीर्तन भावयामि गोपालबालं अन्नमय्य कीर्तन अलर चंचलमैन अन्नमय्य कीर्तन अलरुलु कुरियग अन्नमय्य कीर्तन अम्मम्म एमम्म अन्नमय्य कीर्तन अंदरिकि आधारमैन अन्नमय्य कीर्तन अंतर्यामि अलसिति अन्नमय्य कीर्तन अति दुष्टुड ने नलुसुडनु अन्नमय्य कीर्तन भावमु लोन अन्नमय्य कीर्तन चालदा ब्रह्ममिदि अन्नमय्य कीर्तन चालदा हरि नाम अन्नमय्य कीर्तन चदुवुलोने हरिन अन्नमय्य कीर्तन चक्कनि तल्लिकि अन्नमय्य कीर्तन चेरि यशोदकु अन्नमय्य कीर्तन चूडरम्म सतुलारा अन्नमय्य कीर्तन दाचुको नी पादालकु अन्नमय्य कीर्तन रामा दशरथ रामा अन्नमय्य कीर्तन देव देवं भजे अन्नमय्य कीर्तन देव यी तगवु तीर्चवय्या अन्नमय्य कीर्तन डोलायांचल अन्नमय्य कीर्तन ए पुराणमुल नॆंत वॆदिकिना अन्नमय्य कीर्तन ई सुरलु ई मुनुलु अन्नमय्य कीर्तन एले एले मरदला अन्नमय्य कीर्तन एमनि पॊगडुदुमे अन्नमय्य कीर्तन एमॊको चिगुरुटधरमुन अन्नमय्य कीर्तन ऎंड गानि नीड गानि अन्नमय्य कीर्तन गालिने पोय अन्नमय्य कीर्तन गरुड गमन गरुडध्वज अन्नमय्य कीर्तन घनुडातडे ममु अन्नमय्य कीर्तन गोविंदाश्रित गोकुलबृंदा अन्नमय्य कीर्तन हरि नाममु कडु अन्नमय्य कीर्तन हरि यवतार मितडु अन्नमय्य कीर्तन इप्पुडिटु कलगन्टि अन्नमय्य कीर्तन इतरुलकु निनु अन्नमय्य कीर्तन इट्टि मुद्दुलाडु अन्नमय्य कीर्तन जय जय रामा अन्नमय्य कीर्तन जय लक्ष्मि वर लक्ष्मि अन्नमय्य कीर्तन कलिगॆनिदॆ नाकु अन्नमय्य कीर्तन कंटि नखिलांड अन्नमय्य कीर्तन कंटि शुक्रवारमु अन्नमय्य कीर्तन किं करिष्यामि अन्नमय्य कीर्तन कोडॆकाडॆ वीडॆ अन्नमय्य कीर्तन कॊलनि दोपरिकि अन्नमय्य कीर्तन कॊलिचिन वारल अन्नमय्य कीर्तन क्षीराब्धि कन्यककु अन्नमय्य कीर्तन कुलुकुग नडवरो लन्नमय्य कीर्तन लालि श्री कृष्नय्य अन्नमय्य कीर्तन मच्च कूर्म वराह अन्नमय्य कीर्तन महिनुद्योगि कावलॆ अन्नमय्य कीर्तन मंगांबुधि हनुमंता अन्नमय्य कीर्तन मेदिनि जीवुल गाव अन्नमय्य कीर्तन मेलुको श्रुंगारराय अन्नमय्य कीर्तन मुद्दुगारे यशोद अन्नमय्य कीर्तन नगवुलु निजमनि अन्नमय्य कीर्तन नल्लनि मेनि अन्नमय्य कीर्तन नारायणाच्युत अन्नमय्य कीर्तन नारायणाअय नमो नमो अन्नमय्य कीर्तन नवनीतचोरा नमो नमो अन्नमय्य कीर्तन नवरसमुलदी नलिनाक्षि अन्नमय्य कीर्तन नॆलमूडु शोभनालु अन्नमय्य कीर्तन निगम निगमांत वर्णित अन्नमय्य कीर्तन निमुषमॆडतॆगक अन्नमय्य कीर्तन नित्य पूजलिविगो अन्नमय्य कीर्तन ऒकपरि कॊकपरि अन्नमय्य कीर्तन पलुकु तेनॆल तल्लि अन्नमय्य कीर्तन पवनात्मज ओ घनुडा अन्नमय्य कीर्तन पॆरिगिनाडु चूडरोइ अन्नमय्य कीर्तन फाल नेत्रानल अन्नमय्य कीर्तन पिडिकिट तलंब्राल अन्नमय्य कीर्तन पॊडगंटिमय्य अन्नमय्य कीर्तन पुट्टु भोगुलमु मेमु अन्नमय्य कीर्तन राजीव नेत्राय अन्नमय्य कीर्तन रामुडु लोकाभिरामुडु अन्नमय्य कीर्तन रामुडु राघवुडु अन्नमय्य कीर्तन राधा माधव रति चरितमिति अन्नमय्य कीर्तन रंग रंग रंगपति अन्नमय्य कीर्तन सकलं हे सखि अन्नमय्य कीर्तन सर्वांतरात्मुडवु अन्नमय्य कीर्तन सतुलाल चूडरे अन्नमय्य कीर्तन सिरुत नव्वुलवाडु अन्नमय्य कीर्तन शोभनमे शोभनमे अन्नमय्य कीर्तन श्रीमन्नारायण अन्नमय्य कीर्तन सुव्वि सुव्वि सुव्वालम्म अन्नमय्य कीर्तन तॆप्पगा मर्राकु मीद अन्नमय्य कीर्तन तिरुमल गिरि राय अन्नमय्य कीर्तन त्वमेव शरणम् अन्नमय्य कीर्तन वंदे वासुदेवं अन्नमय्य कीर्तन वेदं बॆव्वनि अन्नमय्य कीर्तन वेडुकॊंदामा अन्नमय्य कीर्तन विडुव विडुवनिंक अन्नमय्य कीर्तन विन्नपालु विनवलॆ अन्नमय्य कीर्तन विश्वरूपमिदिवो अन्नमय्य कीर्तन कामधेनुविदे
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