तिथि: गुरुवार, 21 अगस्त 2025
माह: भाद्रपद कृष्ण चतुर्दशी
✨ भाद्रपद मासिक शिवरात्रि का महत्व
हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है।
साल में बारह बार आने वाली मासिक शिवरात्रि में से फाल्गुन मास की शिवरात्रि को महाशिवरात्रि और सावन मास की शिवरात्रि को विशेष महत्व दिया गया है।
भाद्रपद माह की शिवरात्रि भी भक्तों के लिए अत्यंत फलदायी मानी जाती है।
🕉 व्रत व पूजा विधि
- इस दिन प्रातः स्नान कर भगवान शिव का ध्यान करें।
- व्रत का संकल्प लेकर दिनभर उपवास रखें।
- शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, शहद, बेलपत्र, धतूरा और आक चढ़ाएं।
- “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें।
- शाम के समय शिवलिंग का रुद्राभिषेक करें।
- शिव-पार्वती की कथा सुनें एवं भजन-कीर्तन करें।
- रात को जागरण का विशेष महत्व है।
🪔 भाद्रपद मासिक शिवरात्रि पर क्या करें
- भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा व भस्म अर्पित करें।
- गरीबों को भोजन कराएं।
- घर में ॐ नमः शिवाय और हर हर महादेव का कीर्तन करें।
📌 महत्वपूर्ण स्थान
- सभी ज्योतिर्लिंग मंदिर
- ऋषिकेश (त्रिवेणी घाट)
- पशुपतिनाथ मंदिर, नेपाल
- काशी विश्वनाथ (वाराणसी)
- उज्जैन महाकालेश्वर
📅 भाद्रपद मासिक शिवरात्रि 2025 की तिथियाँ
- भाद्रपद मासिक शिवरात्रि : 21 अगस्त 2025
- आश्विन मासिक शिवरात्रि : 19 सितम्बर 2025
- कार्तिक मासिक शिवरात्रि : 19 अक्टूबर 2025
- मार्गशीर्ष मासिक शिवरात्रि : 18 नवम्बर 2025
- पौष मासिक शिवरात्रि : 18 दिसम्बर 2025
📜 पिछले त्यौहार (2025)
- श्रावण मासिक शिवरात्रि : 23 जुलाई 2025
- आषाढ़ मासिक शिवरात्रि : 23 जून 2025
- ज्येष्ठ मासिक शिवरात्रि : 25 मई 2025
- वैशाख मासिक शिवरात्रि : 26 अप्रैल 2025
- चैत्र मासिक शिवरात्रि : 27 मार्च 2025
- फाल्गुन मासिक शिवरात्रि : 26 फरवरी 2025
- माघ मासिक शिवरात्रि : 27 जनवरी 2025
भाद्रपद मासिक शिवरात्रि भगवान शिव का प्रिय दिन है। इस दिन व्रत, पूजा, कथा और जागरण करने से भक्तों के सभी संकट दूर होते हैं और मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।