हिन्दू धर्म का मूल आधार न केवल पूजा-पाठ और मंत्रों में है, बल्कि उन पौराणिक कथाओं में भी है जो हमें धर्म, नीति, त्याग, भक्ति और सत्य का मार्ग दिखाती हैं। इन कथाओं के माध्यम से हमें यह सिखाया गया है कि सच्चा जीवन वही है जो नैतिक मूल्यों पर आधारित हो।
प्रस्तुत लेख में, हम आपके लिए लेकर आए हैं 50 प्रेरणादायक नीति कथाएँ, जिन्हें डॉ. एम. आर. राजेश्वरी द्वारा संग्रहित किया गया है। ये कहानियाँ न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि आज के जीवन में भी हमें दिशा दिखाने का कार्य करती हैं।
हर कहानी अपने आप में एक शिक्षाप्रद अनुभव है — कभी शबरी की भक्ति, कभी कर्ण का दान, तो कभी भीम और हनुमान का संवाद। आइए, इन कथाओं के माध्यम से एक बार फिर अपने आचार, विचार और व्यवहार को नई दृष्टि से देखें।
हिन्दू पुराणों की नीति कथाएँ – विषय-सूची
- सूरदास
- कर्ण: श्रेष्ठ दाता
- भीम और हनुमान
- ‘पुरी’ मंदिर की मूर्ति
- प्रेम ही भगवान को भाता है
- जय और विजय (वैकुंठम् के द्वारपालक)
- राजा की कृपा या भगवान की कृपा?
- कश्मीरी दुशाला
- सर्वोत्तम दान
- भक्तों के लिए सेवा
- सिंगारु महर्षि
- श्रीभानुदास
- शबरी (श्रीराम की भक्तिन)
- भक्त कनकदास
- झांसी की रानी लक्ष्मीबाई
- जयदेव तथा अष्टपदी
- एकनाथ और कोढ़ी
- श्रम का फल मीठा
- रघुवंश का उद्भव
- अभिराम भट्ट
- स्कांद पुराण
- पूंतनम् : श्रेष्ठ भक्त
- भीमसेन: श्रीकृष्ण भगवान का प्रियतम भक्त
- नारायण मंत्र का प्रभाव
- महादाता कर्ण
- पिप्पलाद का अविवेकी वरदान
- दिव्य संगीतज्ञ हरिदास
- परम भक्तिन अलगि
- दधीचि का त्याग
- भगवान कृष्ण को मिठाई समर्पण
- महाज्ञानी शुकदेव
- राजा अम्बरीश
- भक्त सेनानवी के रूप में भगवान की लीला
- कावडि कथा
- परीक्षित महाराज महाभागवतम्
- मार्कण्डेय शिव का अनन्य भक्त
- वाल्मीकि रामायण
- श्रीराम का अश्वमेध यज्ञ
- महान कवि कम्बन
- अगस्त्य मुनि के द्वारा रावणासुर का हार
- सती सुभद्रा
- इल्वल तथा वातापी (दुष्ट राक्षस)
- मूर्तिभूत: दयावान वल्लालर
- नमकहराम कुत्ता
- गार्गिमुखी राक्षसी
- चतुर चिरकारी
- राजा नीलन
- श्रेष्ठ दान
- शर्मिष्ठा
- परोपकारी राजा शिवि चक्रवर्ती